महफ़िलो का दौर था.. जब उनसे नज़र लगी..
हुई तेज धड़कने दिलो की.. एक अजीब से कसक जगी..
आँखो मे था नशा उनके ओर जानी पहचानी सूरत लगी,,
उलझ गया अंजान सवाल मे की ..दिल्लगी है या दिल की लगी..
हुई तेज धड़कने दिलो की.. एक अजीब से कसक जगी..
आँखो मे था नशा उनके ओर जानी पहचानी सूरत लगी,,
उलझ गया अंजान सवाल मे की ..दिल्लगी है या दिल की लगी..
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