तुम नही हो यू तो कोई गम नही है
पर जो थे हम अब वो हम नही है..
उड़ रहे हो तुम अपने प्यार की वादियो मे
ओर मेरे पँखो मे अब कोई दम नही है..
आता नज़र चेहरा मेरे मुस्कुराता हुआ
पर गहराई मेरे दर्द की कम नही है..
गुजर रहा है सफ़र ज़माने की भीड़ मे
पर भरते तन्हाई के जख्म नही है..
लिखता है नजमे आज भी अंजान यू तो..
लिख दे कहानी तेरी जो वो अब कलम नही है
तुम नही हो यू तो कोई गम नही है
पर जो थे हम अब वो हम नही है..
पर जो थे हम अब वो हम नही है..
उड़ रहे हो तुम अपने प्यार की वादियो मे
ओर मेरे पँखो मे अब कोई दम नही है..
आता नज़र चेहरा मेरे मुस्कुराता हुआ
पर गहराई मेरे दर्द की कम नही है..
गुजर रहा है सफ़र ज़माने की भीड़ मे
पर भरते तन्हाई के जख्म नही है..
लिखता है नजमे आज भी अंजान यू तो..
लिख दे कहानी तेरी जो वो अब कलम नही है
तुम नही हो यू तो कोई गम नही है
पर जो थे हम अब वो हम नही है..
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