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Thursday, March 8, 2012

रंग ज़िंदगी के

कभी गम के रंगो में डूबा..
कभी खुशियो के रंग उड़ाए..
कभी मुस्कुराते हुए अधरो से..
आँखो की नमी छुपाए..
कई रंगो से रंग चुका हूँ..
ओर कई रंग अभी बाकी है..

कभी माँ के दुलार का रंग..
कभी पिता की फटकार का रंग..
रंग कभी भाइयो के प्यार का..
कभी कलाई पर बहन की राखी का रंग..

दोस्तो के संग कभी उल्लास के रंग..
बिछड़ने के एक अहसास का रंग..
साथ बैठ कहीं झगड़ने का रंग..
कभी ग़लतियो को भूलने का रंग..

रंग कभी मीत से मिलने का..
कभी बिन माँगी जुदाई के रंग..
कभी साथ छोड़ उसके दूर जाने का रंग..
कभी सब कुछ भूल पास आने का रंग..

कभी मिला रंग एक नाकामयाबी का..
कभी शिखर पर पहुँचने का रंग..
रंग कभी ज़िंदगी के थपेड़ो का..
कभी एक उँची उड़ान का रंग..

कई रंगो से रंग चुका हू..
ओर कई रंग अभी बाकी है..
हर पल बदल रहा है रंग मेरे चेहरे पर..
अभी असली रंग दिखना बाकी है...

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